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Mutual fund in Hindi (म्यूच्यूअल फण्ड क्या है )

Mutual fund क्या है (Mutual fund in Hindi)
Written by Vinod Pant

क्या आप जानते है की Mutual fund क्या है (Mutual fund in Hindi) आप और हम में  से बहुत से लोग ऐसे हैं जो शेयर बाजार में निवेश नहीं कर सकते . तो हम आपको बता दे कि ऐसी स्थिति में mutual fund आपके लिए एक बेतहर विकल्प हो सकता है |

आज हम आपको अपने इस आर्टिकल के माध्यम से Mutual fund क्या है (Mutual fund in Hindi) , mutual fund कैसे काम करता है , Mutual fund क्या है और Mutual fund के क्या फायदे हैं . दोस्तों हम इन सब के बारे अनेक महत्वपूर्ण बातें बताएँगे .

Mutual fund क्या है (Mutual fund in Hindi)

Mutual fund क्या है (Mutual fund in Hindi)

निवेशको द्वारा एक बड़ी संख्या में जमा की गयी राशी (पैसे) को एक fund में जमा कर दिया जाता है जिसे mutual fund कहते हैं |  और इस पैसे को विभिन्न वित्तीय साधनों में निवेश करने की लिए mutual fund अपने निवेश प्रबंधन कैशल का उपयोग करता है |  Mutual fund क्या है (Mutual fund in Hindi) कई तरह से  निवेश करता है जिससे उसका रिस्क और रिटर्न निर्धारित होता है |

जब बहुत से निवेशक मिलकर एक fund में निवेश करते हैं तो fund को बराबर हिस्सों में बाँट दिया जाता है |  जिसे इकाई या यूनिट (unit) कहते हैं |  आइये इसे हम आपको उदाहरण के माध्यम से समझाते हैं|

मान लीजिये की आप व आपके कुछ दोस्त एक जमीन का टुकड़ा खरीदना चाहते हैं और उस जमीन की कीमत एक लाख रुपये है अब यदि इस fund को दस रूपये में बाटेंगे तो तब ये fund एक लाख यूनिट बनेंगे | इसमें निवेशक अपनी निवेश क्षमता के आधार पर यूनिट खरीद सकते हैं अगर आप के पास निवेश के लिए एक हजार रुपये ही हैं तो आप 100 यूनिट खरीद सकते हैं और इस हिसाब से उसी अनुपात में आप भी उस निवेश (जमींन ) के मालिक हो गए |

तो दोस्तों अब आप Mutual fund क्या है (Mutual fund in Hindi) इसके बारे जान ही गए होंगे अब हम आपके mutual fund की संरचना के बारे में बताते हैं |

mutual fund की संरचना

mutual fund की संरचना

स्पोंसर

जो mutual fund अथवा ट्रस्ट सेट करता है उसे स्पोंसर  कहा जाता है | mutual fund में निवेशित राशी का कम से कम 40%  निवेश स्पोंसर को करना होता है |  और mutual fund में किसी भी प्रकार की हानि का दायित्व स्पोंसर का नहीं होता है |

ट्रस्ट

ट्रस्ट का मुख्य दायित्व unit होल्डर के लाभ को सुरक्षित रखना होता है और यह मुख्य तौर पर एक कापरेट बाडी होती है |

एसेट मेनेजमेंट कंपनी (A.M.C )

ए .एम.सी का चुनाव ट्रस्टी  द्वारा होता है | और इसे एसईबीआई के द्वारा अनुमोदित होना चाहिए

संरक्षक

एसईबीआई (SBI) द्वारा अनुमोदित कोइ भी ट्रस्ट कंपनी अथवा बैंक mutual fund के निवेशको को सुरक्षा प्रदान करते हैं |

रजिस्ट्रार और ट्रांसफर  एजेंट

रजिस्ट्रार और ट्रांसफर  एजेंट  सभी आवेदन पत्रों का नियमन करता हैं और ट्रांसफर निवेशको से बात करता है तथा उनके रिकार्ड को समय समय पर अपडेट करता रहता है | और इसका चुनाव एएमसी द्वारा होता है |

तो अब आपको  mutual fund के संरचना के बारे में थोड़ी जानकारी हो गयी होगी की mutual fund की संरचना  किस प्रकार से होती है |  तो अब हम आपको संरचना के आधार पर mutual fund के प्रकार के बारे में बताते हैं |

mutual fund के प्रकार (संरचना के आधार पर )

 Open ended mutual fund(ओपन एंडेड स्कीम्स)

mutual fund के unit साल में कभी भी खरीदे व बेचे जा सकते हैं|  मुख्य रूप से ये fund निवेशको को आजादी देता है की वो जब तक चाहे fund में पैसा लगा सकते हैं | mutual fund का क्रय एवम विक्रय सभी ओपन एंडेड स्कीम्स के अंतर्गत आते हैं  इस fund में paise लगाने की कोइ सीमा नहीं होती है |  इसमें निवेशक जब चाहे जितना चाहे पैसा लगा सकता हैं |  लकिन इस fund में निवेश करने का अतरिक्त शुल्क देना पड़ता है |

Close ended Mutual Funds (क्लोज्ड एंडेड स्कीम)

क्लोज्ड एंडेड स्कीम के unit इसके शुरू होने के समय ही खरीदे जा सकते हैं |  साल के बीच में इसमें निवेश नहीं किया जा सकता है

इस fund के unit इसके मिच्युरीटी के बाद बेचे जा सकते हैं

इस स्कीम में लिक्विडीटी लाने के लिए कभी कभी इस fund को स्टॉक एक्सचेंज से भी जोड़ दिया जाता है |  और इस fund के unit को स्टॉक market के सहायता से ही बेचे जा सकते हैं |

Interval Funds (इंटरवल स्कीम)

इस तरह की स्कीम में open और closed  दोनों तरह की सुविधा पायी जाती हैं इसके unit को open एंडेड स्कीम की तरह fund कार्यकाल के दौरान ख़रीदा जा सकता है |

mutual fund के प्रकार संपत्ति के आधार पर

संपत्ति के आधार पर mutual fund के निम्न प्रकार है .

 Equity funds (इक्विटी फण्ड)

यह ऐसे mutual fund हैं जिनका निवेश इक्विटी  स्टॉक अथवा  शेयर कम्पनियों में होता है इन्हें प्रमुख रूप से  “हाई रिस्क ” fund माना जाता है लकिन इस fund में जो रिटर्न मिलता है उससे लाभ होने की सम्भावना अधिक बनी रहती है |

 Debt funds(डेब्ट फण्ड)

इस प्रकार के fund का निवेश डेब्ट instrument  जैसे सरकारी बांड,कंपनी डिबेंचर अथना फिक्स  एसेट में किया जाता है | इस प्रकार के निवेश को सेफ इन्वेस्मेंट कहा जता है | इस फण्ड में मिलने वाला लाभ पहले से ही सुनिश्चित होता है |  इस फण्ड के रिटर्न में कोइ टेक्स नहीं लगता |

  Money Market Funds (मनी मार्किट लिक्विड फण्ड)

इस तरह के फण्ड का निवेश टी-बिल, cp आदि में किया जात है इस तरह के निवेश को भी सेफ इन्वेस्मेंट के अंतर्गत रखा  जाता है इसमें मिलने वाला रिटर्न औसत होता है और ये जल्द भी मिल जता है  इस फण्ड में निवेश करने से पहले निवेशक को ये बात ध्यान रखनी चाहिए की इसमें ब्याज रिस्क, पुन: रिस्क और क्रेडिट रिस्क होता है |

Balanced Mutual Funds (बैलेंस डफण्ड)

ये फण्ड “मिक्स ऐसेड क्लास” में  निवेश करता है  इस fund में कही कही इक्विटी एसेट्स डेब्ट से अधिक होता है |  इसमें होने वाले रिस्क और रिटर्न दोनों लगभग सामान होते हैं |  इस फण्ड में निबेश किये गए पैसे का लगभग 65 से 85% हिस्सा इक्विटी फण्ड तथा बाकि हिस्सो का निवेश डेब्टी फण्ड में किया जाता है .

mutual fund के प्रकार

mutual fund के फायदे

दोस्तों आज के समय में हर आदमी अपने पैसे को ऐसे काम में लगाना चाहता है  जहाँ से उसे और अधिक पैसे मिल सके  mutual fund भी इसी तरह से धनार्जन  का एक तरीका है अभी हमने आपको mutual fund के प्रकार के बारे में बताया. अब हम आपको mutual fund के फायदे के बारे में बताते हैं|

  • इसका का सबसे बड़ा फायदा ये है कि इसकी सहायता से हम स्टॉक मार्किट में आसानी से पैसा लगा सकते है . और इसमें रिस्क भी कम होता है |
  • इसकी सारी देख रेख और निवेश की समीक्षा पेशेवर fund मेनेजर द्वारा की जाती है और इसमें निवेश भी पेशेवर fund द्वारा ही कराया जाता है .
  • इसमें में निवेश के कई विकल्प मौजोद हैं |  विभिन्न निवेशको की विभिन्न क्षमताओं के आधार पर इसे बनाया गया है |  निवेशक अपनी सुविधा धनार्जन की योजनाओं के अंतर्गत अपने पसंदीदा स्कीम चुन सकते हैं |
  • mutual fund में बहुत कम पैसे लगाकर भी शुरुवात की जा सकती हैं. कई mutual fund कंपनिया ऐसी भी है जो  महज  1000 रूपये देखर mutual fund में निवेशक बन्ने का मौका देती है |
  • mutual fund में टेक्स का भी बहुत  फायदा होता है |  ये अन्य इन्वेस्मेंट से अधिक फायदेमंद होता है

क्यों है निवेशकों की पसंद

कुछ साल में  म्यूचुअल फंड में लोग तेजी से निवेश कर रहे है और अधिक से अधिक लोग म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते है क्योकि म्यूचुअल फंड में निवेश करना बहुत ही आसान है म्यूचुअल फंड मे बहुत ज्यादा विकल्प है और  म्यूचुअल फंड में ब्याज दर भी ज्यादा है  म्यूचुअल फंड में लम्बे तक इन्वेस्ट करने पर अधिक रिटर्न मिलने की सम्भावना रहती है

म्यूचुअल फंड से कहाँ करें निवेश

आप म्यूचुअल फंड  में कई तरीके से निवेश कर सकते है म्यूचुअल फंड में आपको प्रमुख बांड तथा शेयर मार्केट्स है तथा आप किसी भी Commodities में निवेश कर सकते है इसके कई प्रकार होते है जैसे की डेट फंड, इक्विटी फंड और बैलेंस्ड फण्ड। बैलेंस्ड फण्ड को हाइब्रिड फंड भी कहते हैं सबसे ज्यादा Diversity इक्विटी फंड में पाई जाती है

अंतिम राय-

दोस्तों अब तो आप लोग mutual fund के बारे में जान गए होंगे कि mutual fund क्या है , ये कैसे काम करता है , इसके क्या फायदे हैं, Mutual fund क्या है (Mutual fund in Hindi) कितने प्रकार के होते हैं   और इसमें निवेश कैसे करते हैं .

आज हमने आपको mutual fund के बारे में अनेक महत्वपूर्ण बाते बताई . हम आशा करते हैं की  आपने आज हमारे इस आर्टिकल के माध्यम से अनेक महत्पूर्ण जानकारियाँ हासिक कर ली होंगी . आज आपने जो भी महत्वपूर्ण  जानकारियाँ जानकारियाँ हासिल की उन जानकारियों को आपपने तक ही सिमित नहीं रखे, बल्कि उन जानकारियों को दुसरों तक भी पहुचायें.

धन्यवाद्

 

 

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Vinod Pant

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