आज में आपको इस आर्टिकल के माध्यम से Republic day History in Hindi (गणतंत्र दिवस का इतिहास ) के बारें में अनेक महत्वपूर्ण जानकारी देंने का प्रयास करूँगा |
जकड़न या बंधन एक ऐसी कड़ी है जिससे , हर कोइ मुक्त होना चाहता है | जब एक पंछी को भी, पंख फैलाकर उड़ने की चाहत होती है , तो फिर इंसान तो आम बात है | आजादी को संजोये रखना , इतना भी आसान नहीं है | इसके लिए , अगली योजनाये बनाना और उन्हें सही ढंग से क्रियान्वित करना बहुत जरुरी है | इसी कारण से भारत के संविधान की रचना करना और उस संविधान में नियम -कानून और शर्ते लागू करने के लिए एक समिति बनाया जाना बहुत आवश्यक था , साथ ही इस समिति के द्वारा एक संविधान का निर्माण करना था | इसी कारण से 26 जनवरी 1950 को भारत के संविधान का निर्माण किया गया और इस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया गया | भारत के संविधान बनने के बाद हर वर्ष 26 जनवरी को भारत सरकार के द्वारा राष्ट्री अवकाश घोषित किया गया है | हर भारत वासी के लिए ये दिन एक ऐतिहासिक दिन होने के साथ एक पर्व भी है | हर वर्ष इस दिन को स्कूलों , सरकारी आफिस , प्राइवेट व निजी संस्थानों में बड़े हर्षो उल्लास के साथ मनाया जाता है |
गणतंत्र दिवस का इतिहास –
हमारा देश आजाद होने से पहले हर भारतीय अंग्रेजों के अत्याचारों और छलपूर्ण व्यवहार से पीड़ित था | लेकिन जैसे ही 15 अगस्त 1947 को हमारा देश भारत आजाद हुआ उसके दो साल बाद यानि 26 जनवरी 1950 को संविधान निर्माण समिति द्वारा संविधान का निर्माण करके उन उद्देश्यों को पूरी करने की कोशिश की गयी जिसके लिये आजादी की लड़ाई लड़ी गयी थी |
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गणतंत्र दिवस के बारें में कुछ रोचक तथ्य –
इस बार हम अपना 68 वाँ गणतंत्र दिवस मानाने जा रहे है | गणतंत्र दिवस के बारें में हम अनेक बातें बचपन से सुनते आ रहे है | गणतंत्र दिवस को हर साल भारत की राजधानी दिल्ली में मनाया जाता है | इसे एक ऐतिहासिक दिन के रूप हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है| इस ऐतिहासिक दिन दिल्ली में सूरज के सुहानी किरणों के साथ राजपथ से इंडिया गेट तक परेड निकाली जाती है ,| इस परेड में भारत की जल , थल , वायु सभी सेनाये भाग लेती है और अनेक सहरानीय करतब दिखाते हैं| इसी ऐतिहासिक दिन प्रधानमंत्री अमर जवान ज्योति पर पुष्पमाला चढ़ाते है और इसके साथ ही प्रधानमंत्री शहीद जवानो को भी श्रधांजलि देते है | इस दिन राष्ट्रपति अपने सुरक्षा बलों और 14 घोड़ों से सजी बैग में बैठकर इंडिया गेट पर आते है जहाँ प्रधानमंत्री द्वारा उनका स्वागत किया जाता है | इसके उपरांत प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्री ध्वज फहराया जाता है , इसके बाद सभी गणमान्य जानो द्वारा राष्ट्री ध्वज के सामने राष्ट्रीगान गाया जाता है | इस ऐतिहासिक दिन सभी राज्यों द्वारा अपने लोकनृत्य पेश किये जाते है | इसी दिन 21 तोपों की सलामी के साथ कई मनोहारी प्रस्तुती प्रस्तुत कियी जाती है |
अंतिम राय –
आज हमने आपको गणतंत्र दिवस के इतिहास व गणतंत्र दिवस के कुछ रोचक तथ्य के बारें में अनेक जानकारी दी |
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