जीवन परिचय

क़ुतुब मीनार का इतिहास (Qutub Minar History In Hindi)

क़ुतुब मीनार का इतिहास(Qutub Minar History In Hindi)
Written by Jagdish Pant

दोस्तों आज हम आपको क़ुतुब मीनार का इतिहास (Qutub Minar History In Hindi) , कुतुब मीनार  की कुछ रोचक बाते के बारे में आपको महत्वपूर्ण जानकरी देने का प्रयास करेंगे

क़ुतुब मीनार अफगानिस्तान में स्थित जाम की मीनार से प्रेरित है और इसकी स्थपना दिल्ली के प्रथम मुस्लिम शासक कुतुबुद्दीन ऐबक ने सन 1193 में आरम्भ की थी  परन्तु  कुतुबुद्दीन ऐबक ने क़ुतुब मीनार का आघार ही बनवाया था इसके बाद उसके उत्तराधिकारी इल्तुतमिश ने इसमें तीन मंजिलों को बढ़ाया और सन 1368  में फीरोजशाह तुगलक ने पाँचवीं और अन्तिम मंजिल बनवाई। तो दोस्तों आपको पता चला होगा की क़ुतुब मीनार का इतिहास (Qutub Minar History In Hindi) क्या है

कुतुर मीनार भारत के  दक्षिण दिल्ली शहर में  महरौली भाग में स्थित, यह  ईट की बनी सबसे  ऊँची मीनार है। इसकी ऊँचाई 72.5 मीटर (237.86 फीट) और व्यास 14.3 मीटर है | ऊपर जाकर इसका व्यास  9.02 फीट हो जाता है। इसमे 379 सीढियाँ हैं। इसमे भारतीय कला की कई उत्कृष्ट नमूने  देखने को मिलते हैं   तथा इसे  विश्व धरोहर के रूप में पूरे विश्व में स्वीकृत किया गया है।

कुतुबमीनार बहुत प्राचीन इमारत है और एतिहासिक रूप से कुतुबमीनार जैसी  कई इमारते  और हैं जैसे की द टॉम्ब ऑफ़ इल्युमिश,अलाई दरवाजा, अला-उद-दिन मदरसा, ज़मीन टॉम्ब शामिल है|क़ुतुब मीनार  दिल्ली मेट्रो स्टेशन से सबसे नजदीक है

कुतुब मीनार पुरातन दिल्ली शहर, ढिल्लिका के प्राचीन किले लालकोट के अवशेषों पर बनी है। ढिल्लिका अन्तिम हिन्दू राजाओं तोमर और चौहान की राजधानी थी

कुतुब मीनार का इतिहास (qutub minar history in hindi)क़ुतुब मीनार का इतिहास(Qutub Minar History In Hindi)

कुतुबमीनार का निर्माण कार्य 1199 AD में शुरू किया था | कुतुबमीनार का निर्माण उसके उत्तराधिकारी ऐबक ने शुरू करवाया था उसने  उसमे क़ुतुब मीनार का आघार ही बनवाया था  बाद  इल्तुतमिश ने इसमें   तीन और मीनारे बनवायी थी. उसके बाद सन 1368  में फीरोजशाह तुगलक ने पाँचवीं और अन्तिम मंजिल बनवाई |  लेकिन भारत में इतिहासिक रूप से कुतुबमीनार का कोई दस्तावेज़ नही है | इतिहास के अनुसार कुतुबमीनार का निर्माण  राजपूत मीनारों से प्रेरीत होकर बनाया गया था| और जो एतिहासिक जानकारी प्राप्त है वह फ़िरोज़ शाह तुगलक (1351-89) और सिकंदर लोदी (1489-1517) से मिली है.

1368 AD इतिहासिक ईमारत में बिजली गिरने से ईमारत की ऊपरी मीनार की ऊपरी मंजिल क्षतिग्रस्त हो गयी थी| बाद में   फ़िरोज़ शाह तुगलक ने  कुतुबमीनार का निर्माण  करवाया| इसके साथ ही फ़िरोज़ शाह तुगलक ने सफ़ेद मार्बल से 2 और मंजिलो का निर्माण करवाया |  सन 1505 में एक भूकंप की वजह से क़ुतुब मीनार को काफी क्षति पहुची और इसका पुनःनिर्माण सिकंदर लोदी ने किया था

1 अगस्त 1903  को एक और भूकम्प आया फिर से कुतुबमीनार को बहुत क्षति पहूँची, फिर से 1928 में ब्रिटिश इंडियन आर्मी के मेजर रोबर्ट स्मिथ ने इसका पुनःनिर्माण करवाया और इसके साथ ही सबसे ऊपरी भाग पर एक गुम्बद भी बनवाया. लेकिन बाद में पाकिस्तान के गवर्नर  जनरल लार्ड हार्डिंग के कहने पर इस गुम्बद को गिरा दिया गया | बाद में उस गुम्बद को  क़ुतुब मीनार के पूर्व में लगाया गया था. तो दोस्तों आपको qutub minar history in hindi के बारे में कुछ जानकरी मिली होगी

 विकिपीडिया के अनुसार की कुतुरमीनार का वास्तवित नाम विष्णु स्तंभ है  कुतुर मीनार राजा चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य के नवरत्न में से एक है कुतुरमीनार के पास के बस्ती है और इस बस्ती को महरौली भी कहते है महरौली एक संस्कृ‍त का शब्द है और इस शब्द को संस्कृ‍त में मिहिर-अवेली भी कहा जाता है तो आपको कुतुब मीनार की जानकारी मिली होगी

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कुतुब मीनार  की कुछ रोचक बाते ( Interesting Facts About Qutub Minar ) 

  1.  क़ुतुब मीनार को सबसे ऊँचे गुम्बद वाली मीनार कहा जाता  है और इसे 100 साल से भी ज्यादा समय  हो चुका है
  2. आज भी कुतुबमीनार की सबसे  ऊपरी मंजिल पर नही जाने दिया जाता| लेकीन घबराने की जरूरत नही है आप को क़ुतुब मीनार की छठी मंजिल तक जा सकते हो.
  3. कुतुबमीनार के नीचे इल्तुमिश की न दिखाई देने वाली कब्र बनाई है
  4. कुतुबमीनार  के लाल कोने में छठी मीनार है  जो 1848 में   बलुआ पत्थर से बनाया गया है, और  जिस पर कुरान की बाते लिखी है  . लेकिन  थोड़ी ख़राब दिखने की वजह से उसे हटा दिया गया था.
  5. अलाई दरवाज़ा, यह क़ुतुब मीनार के उत्तरी भाग में है, जिसके दरवाजे हमे एक जैसे दिखाई देते है.

कुतुर मीनार का नाम किसने रखा

वैसे तो कुतुर मीनार का नाम किसने रखा  इसका कोई निश्चित पता नही हैं|  लेकिन इसमें दो लोगों का नाम मुख्य रूप से लिया जाता है|

  1. दिल्ली  सल्तनत के संस्थापक  कुतुब अल-दीन
  2. एक  प्रसिद्ध सूफी संत  कुतबुद्दीन बख्तियार

अंतिम राय

दोस्तों आज हमने आपको क़ुतुब मीनार का इतिहास (Qutub Minar History In Hindi),कुतुब मीनार  की कुछ रोचक बाते ( Interesting Facts About Qutub Minar )   के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिली होगी 

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