क्या आपने कभी ई वेस्ट के बारे में सुना हैं ? क्या आप E-waste क्या हैं (E waste in Hindi ) के बारे में जानते हैं ? अगर आप ई वेस्ट के बारे में जानते हैं तो ये अच्छी बात हैं . अगर आप इ वेस्ट के बारे में नहीं जानते तो कोइ बात नहीं . आज हम आपको ई वेस्ट के बारे अनेक महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्रदान करेंगे .
E Waste
दोस्तों आपको ये ई वेस्ट शब्द थोडा अटपटा लग रहा होगा . लकिन ई वेस्ट के बारे में जानना हमारे लिए बहुत आवश्यक हैं . तो चलिए दोस्तों शुरू करतें हैं
ई वेस्ट का पूरा नाम Electronic Wastes हैं. ये उन इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट को refer करता हैं जिन्हें हम कभी अपनी सुविधा के लिए इस्तेमाल करते थे. लकिन जल्द ख़राब हो जाने के कारण हम उन इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट को यूज नहीं करतें हैं . आपको बता दे की पूरी दुनिया में हर बर्ष करीब 50 million ton का E-Waste पैदा होता हैं .
अगर इ वेस्ट का सही ढंग से disposal या recycle नहीं किया गया तो ये भविष्य में ये हमारे लिए एक बड़ा खतरा साबित हो सकती हैं . इसका कारण technology में advancement होना हैं. और इसलिए पुराने device नए device के आने से बहुत कम मात्रा में प्रयोग हो रहे हैं .
ये ई वेस्ट हमारे कोइ भी इलेक्ट्रॉनिक जैसे – computer,TVs,monitors, cell phone, CD players आदि से बनते हैं .
E Waste source
वौसे तो ई वेस्ट के बहुत सारे source है लेकिन मुख्य रूप से उन्हें तीन category में बांटा गया हैं .
- White Goods
- Brown Goods
- grey Goods
White Goods
White Goods के अंतर्गत घर में स्थित household जैसे -की air conditioners, washing machines आते हैं .
Brown Goods
Brown Goods के अंतर्गत televisions, cameras आदि आते हैं .
grey Goods
grey Goods के अंतर्गत computers, scanners,printers, mobile phones आदि आते हैं .
Cloud computing क्या है ( what is Cloud Computing in Hindi)
Block chain Technology क्या है
Mutual fund क्या है (Mutual fund in Hindi)
घर बैठे बिना किसी investment के पैसे कमायें (how to make money )
Software kya hai (सॉफ्टवेर क्या है)
Reliance jio fiber plan – jio Giga fiber broadband plans
URL क्या है (what is URL ) URL इन hindi
E Waste Generation के मुख्य कारण क्या हैं .
आपको बता दें की E waste Generation का मुख्य कारण बढती आबादी और उनकी बढती जरूरते हैं . इसके आलावा अनेक ऐसे कारण जो मिलकर इसे एक बहुत बड़ा खतरा बना रहे हैं . तो चलिए दोस्तों अब हम आपको कुछ ऐसे ही कारणों के बारे में बतातें है जो ई वेस्ट को हमारे लिए एक बहुत बड़ा खतरा बना रहे हैं .
-
Development
अगर हम अभी के समय की बात करे तो अभी के समय में इन्हें estimate जिया जा सकता हैं . आज दुनिया लगभग 1 billion से भी जायदा पर्सनल computer हैं वही अगर Developed countries में इनकी average life spen केवाल दो वर्षो की होती हैं
-
technology
दोस्तों आप तो ये जानते ही होंगे की ये समय modern technology का हैं . जिसके कारण टेक्नोलॉजी lightning फ़ास्ट स्पीड से बड रही हैं . और इसी टेक्नोलॉजी के चलते ही मार्किट में नये प्रोडक्ट्स और appliances आ रहे हैं . जिससे लोग पुराने चीजों के ख़राब न होते हुए भी उनका इस्तेमाल नहीं करना चाहते हैं .
इन सब के पीछे की बड़ी वजह MNC,S(multinational corporations) है . आज के समय में MNC,S इतने powerful हो गए हैं की वो पुरे देश की market system को बदलने की capacity रखता हैं .
Human mentality
ये conman people आन आदमी को ज्यादा मनी पॉवर प्रदान कर रहा हैं . जिसके चलते आम आदमी इसका फायदा उठा रहा हैं . आइये इसे उदाहरन की सहायता से समजते है .
मान लीजिये किसी कंप्यूटर के बिक्री में बढोतरी होती हैं . लकिन उसे सही तरीके से लम्बे समय तक इस्तेमाल नहीं किया गया तो ये , E waste बन जाता हैं . अभी इस मनी पॉवर के चलते लोग अपनी पुरानी चीजों के बदलें नयी चीजें ज्यादा इस्तेमाल करना चाहते हैं . और ये older materials ही बाद में E waste बन जाते हैं .
population
आज के समय में बढती population के चलते सभी चीजों की रप्तार काफी बड गयी हैं. दोस्तों इसे हम आपको unitary मेथड से समझाते है .
अगर एक आदमी भी एक सामान खरीदता हैं तो ऐसे में अगर सभी ख़रीदे तो क्या होगा. तो ऐसे में हम ये निष्कर्स निकाल सकते हैं की बढती आबादी से ई वेस्ट भी काफी बड रहा हैं . बढती आबादी चीजों की reuse करने के बदले हमेशा नई चीजे खरीदना चाहती हैं . अगर ऐसे में इसके ई वेस्ट के बारे में नहीं सोचा गया तो ये आगे चल कर एक बड़ा खतरा बन सकता हैं .
ऐसे में ये सभी कारण आपस में interlinked है .और एक दुसरे के साथ मिलकर बहुत बड़ा environmrntal concern करते हैं इ weast केरूप में .
Environment के उप्पर E waste का प्रभाव
अभी तक हमने ये जाना की ई वेस्ट क्या है . और इसका मुख्य कारण क्या हैं . अब हम ये जानेंगे की Environment के उप्पर E waste का क्या प्रभाव होता हैं .
अभी तक हमें ये पूरी तरह से पता नहीं हैं की ई वेस्ट का improper disposal पर्यावरण में क्या होता हैं . लकिन एक बात तो निश्चित है की इनका प्रवाह एक बड़े मात्रा में भएंकर रूप ले सकता हैं .
E waste का प्रभाव हवा में
ई वेस्ट का हवा में बहुत ही conman effect air pollution के द्वारा होता हैं . ये तो हम .लोग जानते ही है की इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट में ऐसे बहुत सी चीजे आती हैं . wires,blenders जिन्हें पाने के लिए लोग इसे जला डालते हैं . और ये तो हम लोग जानते ही हैं की ऐसी चीजों के जलने से वायु प्रदूषण होना एक आम बात हैं.
E waste का प्रभाव पानी में
ऐसे heavy metals electronics जैसे की lead , barium,mercury,lithium,(जो की मोबाइल phone और कंप्यूटर की better’s होती है) अगर इन्हें सही रूप से dispose नहीं किया गया तो ये heavy metals मिट्टी में मिलकर groundwater channels तक पहुँच जाती सकती हैं जो आगे चलकर surface में स्थित streams और small pond में मिल जाती हैं. जो लोकल communities in वाटर sources के उप्पर निर्भर करती हैं . और यही पर इन कैमिकल का सीधा प्रभाव होता हैं . जिसके चलते कई बीमारियाँ भी हो सकती हैं . और ये आगे चल कर जल प्रदूषण का रूप ले सकती हैं .
मिट्टी में E waste का प्रभाव
अगर इ वेस्ट को सही ढंग से dispose नहीं किया गया तो ये मिट्टी के माध्यम से भी हमारे लिए बहुत बड़ा खतरा बन सकता हैं . क्योकी इसमें जो toxic heavy metals और chemical होते हैं वो हमारे “soil-crop-food pathway” में घुस जाते हैं जिससे की ये heavy metals मनुष्य के सम्पर्क में आ जाते है . और ये लम्बे समय तक मनुष्य के शारीर में रहते है. इसका कारण ये है की ये chemical biodegradable नहीं होते है और इसके चलते risk of exposure बहुत मात्रा में बड जाते हैं.
E waste को कैसे कंट्रोल करे
ई वेस्ट को कंट्रोल करने के अनेक तरीके है . और इन्ही तरीको में से कुछ तरीको के बारे में हम आपको नीचे बताने जा रहे हैं .
- आप उन laws और regulation का इस्तेमाल कर सकते हैं जो लोकल Government के द्वारा बनायें गए हैं . इसमें हमें ethical और waste के safe disposal के बारें में बताया गया हैं . क्योकि ई वेस्ट हमारे पर्यावरण के लिए एक बहुत बड़ा खतरा हैं. इसलिए वो इलेक्ट्रॉनिक जिनकी communities में जरुरत नहीं हैं उनको एक ख़ास drop-off location में डालने का प्रबंध किया गया हैं. जिससे इन्हें सही रूप से कंट्रोल कर सके.
- हम pollution को रोकने के लिए हम इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स के donation का इस्तेमाल कर सकतें हैं क्योकि इससे हम कोइ भी चीज का reuse कर सकते हैं.
- वैसे तो ई वेस्ट का recycle बहुत है लकिन उनमे से सही recycle का पता लगाना थोडा मुश्किल हैं . लकिन अगर हम certified E waste recycle का प्रयोग करे तो इससे प्रदूषण रोकने में काफी हद तक मदद मिलेगी .
E waste के प्रति हमारा कर्तव्य
दोस्तों अगर हम सभी मिलकर ये प्रण ले की हम ई वेस्ट से अपने environment को ख़राब नहीं होने देंगे और इन इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओ का judiciously इस्तेमाल करेंगे . ई वेस्ट से हमें ही नहीं बल्कि हमारे पर्यावरण को भी नुकशान पहुँचता है .
दोस्तों अब तो आप जान गए होंगे की E-waste क्या हैं (E waste in Hindi )
आज हमने आपको E-waste क्या हैं (E waste in Hindi ) के बारे में अनेक महत्वपूर्ण जाम्कारी दी. जैसे _E waste क्या है , E waste का मुख्य कारण क्या हैं , E waste प्रभाव किन चीजो में होता हैं , E waste के मुख्य स्रोत क्या है. आदि .
हम आशा करते हैं की आज हमने आपको जो जानकारियां दी उन जानकारियों से आपने बहुत कुछ सिखा होगा . आज आपने हमारे इस आर्टिकल के माध्यम से जो भी जानकारियां हासिल की उन जानकारियों को आप अपने तक नहीं सिमित नहीं रखे बल्कि उन्हें दूसरों तक पहुचाएं